स्टॉक मार्केट में हर दिन नए-नए स्टॉक्स चमक रहे हैं, लेकिन कुछ स्टॉक्स ऐसे होते हैं जो सिर्फ शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग के लिए नहीं, बल्कि लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भी दम रखते हैं। आज हम बात करेंगे Apollo Micro Systems Ltd की, जो एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक मजबूत नाम है और निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दे रहा है।

स्टॉक परफॉर्मेंस
बुधवार को Apollo Micro Systems Share 7.3% का उछाल मारकर ₹138 प्रति शेयर तक पहुंच गए। यह ग्रोथ ₹128.60 प्रति शेयर के पिछले क्लोज़ से हुई। अगर 52-वीक हाई-लो देखें, तो इसका हाई ₹157 प्रति शेयर और लो ₹88.10 प्रति शेयर रहा है। यानी कि जो निवेशक सही समय पर एंट्री लेकर बैठे हैं, उनका पैसा शॉर्ट-टर्म में भी अच्छी तरह ग्रो हुआ है।
डिफेंस और एयरोस्पेस का भीष्म पितामह
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स की स्थापना 1985 में हुई थी और तब से यह एयरोस्पेस, डिफेंस और स्पेस सेक्टर्स के लिए एडवांस इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सॉल्यूशंस विकसित कर रहा है। इस कंपनी का आरएंडडी डिपार्टमेंट काफी मजबूत है, जो टॉरपीडो-होमिंग सिस्टम्स और अंडरवाटर माइन्स जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम करता है। डिफेंस और रणनीतिक तकनीक के क्षेत्र में इसका योगदान काफी बड़ा है।
तिमाही और वार्षिक वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी के वित्तीय आंकड़े भी इसकी ग्रोथ स्टोरी को मजबूती से दर्शाते हैं। Q3FY25 vs Q3FY24 की तुलना में देखें तो:
वित्तीय मेट्रिक्स | Q3FY25 | Q3FY24 | ग्रोथ % |
---|---|---|---|
नेट सेल्स | ₹148.39 करोड़ | ₹91.30 करोड़ | +62.5% |
शुद्ध लाभ (PAT) | ₹18.24 करोड़ | ₹9.96 करोड़ | +83.1% |
वहीं 9MFY25 vs 9MFY24 की तुलना में:
वित्तीय मेट्रिक्स | 9MFY25 | 9MFY24 | ग्रोथ % |
नेट सेल्स | ₹400.30 करोड़ | ₹236.11 करोड़ | +69.5% |
शुद्ध लाभ (PAT) | ₹42.40 करोड़ | ₹18.18 करोड़ | +133.2% |
और यदि FY24 vs FY23 देखें तो:
वित्तीय मेट्रिक्स | FY24 | FY23 | ग्रोथ % |
नेट सेल्स | ₹371.63 करोड़ | ₹297.46 करोड़ | +24.91% |
शुद्ध लाभ (PAT) | ₹31.11 करोड़ | ₹18.74 करोड़ | +66.01% |
रणनीतिक साझेदारियां और नए प्रोजेक्ट्स
कंपनी सिर्फ वित्तीय आंकड़ों में ही नहीं, बल्कि रणनीतिक गठजोड़ में भी आक्रामक है। Apollo Micro Systems ने गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) के साथ एक 5-वर्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया है, जो एडवांस वेपन और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स विकसित करने के लिए है। यह साझेदारी अंडरवाटर और एयर डिफेंस टेक्नोलॉजीज में नए इनोवेशन लाने वाली है।
साथ ही, DRDO से ₹7.37 करोड़ और ₹6.14 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त किए गए हैं, जो इसकी मजबूत ऑर्डर बुक को दर्शाते हैं। इसके अलावा, FII (विदेशी संस्थागत निवेशकों) ने दिसंबर 2024 में अपना स्टेक 0.19% से बढ़ाकर 0.74% कर दिया, जो यह दिखाता है कि विदेशी निवेशक भी इस स्टॉक को बुलिश नजर से देख रहे हैं।
मार्केट कैप और रिटर्न्स
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स BSE स्मॉल-कैप इंडेक्स का हिस्सा है और इसका मार्केट कैप ₹4,000 करोड़ से अधिक है। जो निवेशक 3 साल पहले इस स्टॉक में एंट्री ले चुके हैं, उन्हें 825% का रिटर्न मिल चुका है, जबकि 5 साल में यह 1,600% तक का जबरदस्त रिटर्न दे चुका है। यानी यदि किसी ने सिर्फ ₹1 लाख का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू ₹17 लाख तक पहुंच चुकी होती!
क्या स्टॉक पर नजर रखें?
स्टॉक मार्केट में कोई भी निवेश बिना रिसर्च के नहीं होना चाहिए, लेकिन अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो यह स्टॉक लॉन्ग-टर्म में मल्टीबैगर पोटेंशियल रखता है। डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में सरकार का अधिक फोकस है, और कंपनी के नए प्रोजेक्ट्स व साझेदारियां इसके भविष्य की ग्रोथ के ठोस संकेतक हैं।
जो लोग ग्रोथ-ओरिएंटेड स्मॉल-कैप स्टॉक्स में निवेश करना पसंद करते हैं, उनके लिए यह एक प्रॉमिसिंग अवसर हो सकता है। बस, हमेशा जोखिम प्रबंधन का ध्यान रखें और तकनीकी और मौलिक विश्लेषण को अपनी निवेश रणनीति का हिस्सा बनाएं।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Nivesh Skill" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।
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